- कांग्रेस ने ‘महानिषेध आंदोलन’ के जरिए ‘लोकतंत्र बचाने’ का आह्वान किया
- निलंबन रद्द करने की मांग को लेकर शहर भर में विरोध प्रदर्शन
सांसदों के निलंबन के विरोध में मुंबई कांग्रेस शहर की सड़कों पर उतरी
- कांग्रेस ने ‘महानिषेध आंदोलन’ के जरिए ‘लोकतंत्र बचाने’ का आह्वान किया
- निलंबन रद्द करने की मांग को लेकर शहर भर में विरोध प्रदर्शन
22 दिसंबर 2023
146 सांसदों के निलंबन के विरोध में शुक्रवार को हजारों कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ता पूरी मुंबई में सड़कों पर उतर आए। कांग्रेस ने लोकसभा और राज्यसभा की घटना की निंदा करने के लिए नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ शहर के सभी हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किया, जहां शीतकालीन सत्र के दौरान दो दिनों में रिकॉर्ड संख्या में सांसदों को निलंबित कर दिया गया था।
विरोध प्रदर्शन मुंबई क्षेत्रीय कांग्रेस कमेटी की अध्यक्षा-विधायक प्रोफेसर वर्षा गायकवाड़ के निर्देश पर किया गया। कांग्रेस के प्रमुख नेताओं ने अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया और मांग की कि सांसदों का निलंबन तुरंत रद्द किया जाए। नेताओं में पूर्व सांसद संजय निरुपम, पूर्व विधायक चरण सिंह सपरा, मुंबई कांग्रेस के उपाध्यक्ष अशोक सुत्राले, पूर्व महिला कांग्रेस अध्यक्षा अजंता यादव, कालू बुधेलिया, जगदीश अमीन, हुकुमराज मेहता, प्रमोद मांद्रेकर, उत्तम गीते और अब्राहम रॉयमानी सहित अन्य शामिल थे।
घाटकोपर, सायन कोलीवाड़ा, तारदेओ, सांताक्रूज़ और कांदिवली सहित अन्य क्षेत्रों में विरोध प्रदर्शन हुए। शहर के सभी विधानसभा क्षेत्रों में आंदोलन किये गए। मुंबई दक्षिण, मुंबई उत्तर, मुंबई उत्तर पूर्व, मुंबई उत्तर पश्चिम, मुंबई उत्तर मध्य और मुंबई दक्षिण मध्य। ‘मोदी हटाओ, लोकतंत्र बचाओ’, ‘संविधान बचाओ, लोकतंत्र बचाओ’, ‘हिटलर-गिरी बंद करो’ और मोदी की निरंकुशता अब और नहीं’ जैसे नारे शहर में गूंज उठे।
मोदी सरकारच्या एकाधिकारशाहीविरोधात मुंबईत कॉंग्रेसचा एल्गार !
- सर्व जिल्ह्यांमध्ये “महानिषेध आंदोलन”
“नहीं चलेगी नहीं चलेगी, तानाशाही नहीं चलेगी”, “या सरकारचं करायचं काय खाली डोकं वर पाय” अशा घोषणांनी मुंबईचे रस्ते आज दुमदुमले. निमित्त होतं १४६ खासदारांच्या निलंबनाविरुद्ध कॉंग्रेसने देशभर आयोजित केलेल्या “महानिषेध आंदोलनाचं” काँग्रेसचे नेते राहुल गांधी व काँग्रेसचे अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे यांच्या निर्देशानुसार, मुंबई कॉंग्रेसच्या अध्यक्षा प्रा. वर्षाताई गायकवाड यांच्या मार्गर्शनाखाली मुंबईच्या ६ जिल्ह्यांमध्ये ‘महानिषेध आंदोलन’ आयोजित करण्यात आले.
१३ डिसेंबर रोजी लोकसभेत काही तरुणांनी गॅस नळकांड्या फोडत घुसखोरी केली. त्यामुळे पुन्हा एकदा संसद भवनाची सुरक्षा व्यवस्थेवर प्रश्नचिन्ह उभे राहिले. या हल्ल्याची अधिवेशनात चर्चा व्हावी अशी मागणी करणाऱ्या १४६ खासदारांचे नरेंद्र मोदी सरकारने निलंबन केले. हुकूमशाही पध्दतीने लोकसभा व राज्यसभा खासदारांचे निलंबन करणाऱ्या केंद्र सरकारच्या निषेर्धात मुंबई प्रदेश कॉंग्रेस अध्यक्षा यांच्या नेतृत्वाखाली मुंबई शहर व उपनगरात महानिषेध आंदोलन करण्यात आले. यामध्ये ईशान्य मुंबई जिल्हा कॉंग्रेस कमिटी घाटकोपर पूर्व, उत्तर मध्य जिल्हा कॉंग्रेस कमिटी सांताक्रूझ पूर्व, दक्षिण मध्य मुंबई जिल्हा कॉंग्रेस कमिटी सायन कोळीवाडा, उत्तर मुंबई जिल्हा कॉंग्रेस कमिटी कांदिवली पूर्व व कॉंग्रेस कमिटी ताडदेव या ठिकाणी घोषणाबाजी करीत महानिषेध आंदोलन झाले. यावेळी कॉंग्रेसच्या आंदोलकांनी १४६ खासदारांचे निलंबन रद्द करावे अशी मागणी केली.
महानिषेध आंदोलनाच्या वेळी ईशान्य मुंबई जिल्हा कॉंग्रेस कमिटी घाटकोपर येथील जिल्हा अध्यक्ष अब्राहम रॉयमनी व उत्तम गीते आणि माजी आमदार चरणसिंह सप्रा, उत्तर मध्य जिल्हा कॉंग्रेस कमिटी जिल्हा अध्यक्ष जगदीश अमिन, दक्षिण मध्य मुंबई जिल्हा कॉंग्रेस कमिटी जिल्हा अध्यक्ष हुकामराज मेहता, उत्तर मुंबई जिल्हा कॉंग्रेस कमिटी जिल्हा अध्यक्ष कालू बुधोलिया व ताडदेव येथील काँग्रेस कमिटीचे प्रमोद मांद्रेकर आदी पदाधिकारी, नेते आणि कार्यकर्ते उपस्थित होते.
Mumbai Congress Takes to City Streets to Oppose Suspension of MPs
- Congress gave a Clarion Call to ‘Save Democracy’ through ‘Maha Nishedh Aandolan’
- City-wide Protests Seeking Suspension Revocation
Thousands of Congress party workers took to the streets all over Mumbai on Friday to oppose the suspension of 146 members of parliament (MP). Congress held protests in all parts of the city with leaders and cadres to condemn the phenomenon in the Lok Sabha and Rajya Sabha where a record number of MPs were suspended in two days during the winter session.
The protests were done under the directions of Mumbai Regional Congress Committee President-MLA Prof. Varsha Gaikwad. Prominent leaders of Congress led the protests in their respective constituencies and demanded that the suspension of MPs be revoked immediately. The leaders included former MP Sanjay Nirupam, former MLA Charan Singh Sapra, Mumbai Congress Vice President Ashok Sutrale, former Mahila Congress president Ajanta Yadav, Kalu Budhelia, Jagdish Amin, Hukumraj Mehta, Pramod Mandrekar, Uttam Geete, and Abraham Roymani among others.
Protests were held in Ghatkopar, Sion Koliwada, Tardeo, Santacruz, and Kandivali among other areas. Agitations were done in all the constituencies of the city viz. Mumbai South, Mumbai North, Mumbai North East, Mumbai North West, Mumbai North Central, and Mumbai South Central. Chants such as ‘Remove Modi, Save Democracy’, ‘Save Constitution, Save Democracy’, ‘Stop Hitler-Giri’, and Modi’s Autocracy No More’ reverberated in the city.