क्या विधायक राजेश टोपे ऋषिकेश बेदरे को दंगे भड़काने के लिए फंडिंग कर रहे थे? इसकी जाँच होनी चाहिए
सुप्रिया सुळे, संजय राउत, आदित्य ठाकरे, जीतेंद्र अवाद, राजेश टोपे ने महाराष्ट्र में महादंगल अघाड़ी की स्थापना की है..- ज्योति वाघमारे
छत्रपति शिवाजी महाराज, महात्मा फुले, डाॅ. बाबा साहेब अम्बेडकर, छत्रपति शाहू महाराज, सावित्रीबाई फुले जैसी महान हस्तियों के इस प्रगतिशील महाराष्ट्र का सामाजिक एकता की डोर को तोड़ने का प्रयास समाज में विध्वंसक प्रवृत्ति के कुछ लोगों द्वारा किया जा रहा है। एक तरफ महाराष्ट्र में दंगे कराने की साजिश के आरोप बार-बार उभाटा नेता संजय राउत, आदित्य ठाकरे और एनसीपी के जीतेंद्र अव्हाड, सुप्रिया सुळे द्वारा लगाए जा रहे हैं, वही दूसरी ओर मराठा आंदोलन के दरमियान पथराव करने के आरोप में महाराष्ट्र पुलिस द्वारा गिरफ्तार और जिस पर एट्रोसिटी, मारपीट और जबरन वसूली मामले पहले से ही दर्ज है ऐसे आरोपी ऋषिकेश बेदरे का शरद पवार के साथ फोटो व्हायरल होता है। यह आरोपी शरद पवार के साथ क्या कर रहा है? १ तारीख को मराठा आंदोलन के दौरान पुलीस किए ऊपर पथराव किया गया, जिसमे महिला पुलिसकर्मी जख्मी भी हुई थी। आरोपी को भी गिरफ्तार किया गया। तो दूसरी ओर ३ तारीख को इस मामले में आरोपी शरद पवार से मुलाकात करता है। क्या ये मुलाकात शरद पवार जी से शाबासी लेने के लिए थी या उनसे इस काम के लिए बक्षिशि लेने के लिए थी? मराठा समाज के शांतिपूर्ण आंदोलन में पथराव कर के आंदोलन को बदनाम करने की साजिश की जा रही है। एक तरफ महाराष्ट्र में शांति बरकरार रखने के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस और अजित पवार अपनी जी जान लगा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर सत्ता खोने की वजह से बौखलाये विरोधी दल समाज में जाती के नाम जहर फैला रहे हैं, दंगे करा रहे हैं, समाज के लोगों का खून पानी की तरह बहा रहे हैं. क्या ये महाराष्ट्र पर छुप कर किये गए वार है या इनके पीछे छुपे हुए पवार है, यह सवाल शिवसेना प्रवक्ता ज्योति वाघमारे ने मुंबई में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उठाया.
उन्होंने आगे कहा कि मराठा आंदोलन के दौरान दंगे भड़काने के लिए पत्थरबाजी की गई। इस षड़यंत्र का उसका मास्टरमाइंड कौन था और मास्टर हैंडलर कौन था? हमारा मानना है कि यह मास्टर हैंडलर मुंबई से था, लेकिन वह मातोश्री में था या सिल्वर ओके में इस बात के गहन जाँच करने की हम गृह विभाग से मांग करते हैं। क्या विधायक राजेश टोपे ऋषिकेश बेदरे को दंगे भड़काने के लिए फंडिंग कर रहे थे? इसकी जाँच होनी चाहिए। क्योंकि विरोधी दल की योजना सांप्रदायिक दंगे कराकर अपना राजनीतिक रोटी सेंकने की है। उन्हें समाज के सुख-दुःख से कोई लेना-देना नहीं है। उन्हें केवल अपना स्वार्थ प्रिय है। विपक्ष सिर्फ हर चीज का राजनीतिकरण करने में लगा है। लेकिन महाराष्ट्र की समझदार जनता इस राजनीति के झांसे में नहीं आएगी। महाराष्ट्र की राजनीति को इतने रसातल में ले जाने का पाप विपक्ष कर रहा है, इसकी जितनी निंदा की जाये कम है। लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने छत्रपति शिवाजी महाराज की शपथ लेकर कहा की मेरठ समाज को ठोस, कानून के दायरे रहने वाला और अन्य किसी आरक्षण को प्रभावित किये बिना आरक्षण दिलाने के लिए महाराष्ट्र सरकार प्रतिबद्ध है और हमें विश्वास है की वह इस लक्ष को जल्द ही पूरा कर लेंगे। मुख्यमंत्री पुरजोर कोशिश कर रहे है। लेकिन, इन कोशिशों को विफल करने की साजिश महाराष्ट्र दंगल अघाड़ी क्र रही है। लेकिन हमें विश्वास है कि हम उनके हर षड़यंत्र को नाकाम करने में सक्षम है।