उद्धव ठाकरे ने कामगार सेना को बेच दिया और मुंबई में उद्योगों को बंद करने में मालिकों की मदद की – किरण पावस्कर
सुप्रिया सुळे और आदित्य ठाकरे को अपनी नाकाम कोशिशों को बंद कर देना चाहिए- किरण पावस्कर
जहां भी सब कुछ अच्छा हो रहा होता है, वहां उभाटा पार्टी और उसके साथी दल के लोगो के पेट मे दर्द शुरू हो जाता हैं। जो लोग गुजरात में सूरत डायमंड हब बनाने पर चिल्ला रहे है, क्या वे तब सो रहे थे जब 2015 में सूरत डायमंड हब का काम शुरू हुआ था? उन्होंने तब इस बारे में बात क्यों नहीं की? क्या वे जानते हैं कि डायमंड हब गुजरात में क्यों गया? आज मुंबई में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिवसेना सचिव और प्रवक्ता किरण पावसकर ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जिस तरह मातोश्री के सामने बेहराम पाड़ा में 3-3 मंजिला झुग्गियां खड़ी हो जाती हैं, तब उन्हें उनका पता चलता है, उसी तरह जब सूरत डायमंड हब बन जाने कब बाद इनकी नींद खुली है.
किरण पावस्कर ने आगे कहा कि महाराष्ट्र से उद्योगों के बाहर जाने के लिए हमें जिम्मेदार ठहराने वाले शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत यह भूल गए हैं कि महाराष्ट्र से बाहर जाने वाले उद्योग फिर चाहे वो वेदांता फॉक्सकॉन हो, टाटा एयरबस हो या बल्क ड्रग पार्क हो, जब सितंबर 2020 में वेदांत फॉक्सकॉन महाराष्ट्र से बाहर चला गया, जब अक्टूबर 2020 में बल्क ड्रग पार्क महाराष्ट्र से बाहर चला गया, तब महाराष्ट्र में सरकार किसकी थी? क्या वे इसे भूल गये? क्या सांसद सुप्रिया सुळे को नहीं पता कि जब एयर इंडिया का मुख्यालय दिल्ली में स्थानांतरित किया गया तो सरकार किसकी थी? जब ये लोग सरकार पर आलोचना करने लगे, आरोप करने लगे, तब ये समझ लेना चाहिए कि कही पर सरकार की किसी अच्छी परियोजना का उद्घाटन हो रहा है। मुंबई से अपने उद्योग बंद करने वाली कंपनियों पर भी ध्यान दिया जाता तो महाराष्ट्र की जनता की नौकरियां बच जातीं। रीजेंसी होटल, लार्सन एंड टुब्रो, कंबाटा एयरलाइंस जैसी कंपनियों में उभाटा पार्टी की यूनियन हैं। तो ये कंपनियाँ क्यों बंद हो गईं? अरे ये लोग बंद हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस और जेट एयरलाइंस के कर्मचारियों की ग्रेज्युएटी नही दिल सके, वो काम मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे साहब ने कर दिखाया. इसके विपरीत, इसके विपरीत उद्धव ठाकरे ने कामगार सेना को बेच दिया और मुंबई में उद्योगों को बंद करने में मालिकों की मदद की।
महाराष्ट्र में लार्सन एंड टुब्रो, रीजेंसी होटल, महानंदा डेयरी, कंबाटा एयरलाइंस जैसी कंपनियां बंद हो गईं, हजारों कर्मचारी बेरोजगार हो गए, यह पिछली उद्धव ठाकरे सरकार का पाप है। वे हम पर क्या आरोप लगाते हैं? उल्टा मैं उन पर आरोप लगाता हूं कि उनकी सरकार चली जाने के बाद उनके पास अब कोई काम नहीं बचा है, उनका हिस्सा बंद हो गया है, इसलिए बदले की भावना से वे जब देखो हम पर आरोप लगा रहे है। सुप्रिया सुळे और आदित्य ठाकरे को अपनी नाकाम कोशिशों को बंद कर देना चाहिए और स्वीकार करना चाहिए कि उनकी महा विकास अघाड़ी सरकार को लोगों की सेवा करने में विफल होने के कारण घर बैठना पड़ा।
मराठाओं को आरक्षण नहीं मिलने के विपक्ष के आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए किरण पावस्कर ने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ही मराठा समुदाय को स्थायी आरक्षण दे सकते है, इसके लिए हमारे प्रयास जारी हैं। लेकिन आज आरोप लगाने वाले विरोधी यह भूल गए कि मराठा समाज को आज जिस कारण से आंदोलन करना पड़ रहा है, उस पाप की जिम्मेदार उद्धव ठाकरे की महाविकास अघाड़ी सरकार है। क्या उद्धव ठाकरे मराठा समाज को भूल गए थे जब वह मुख्यमंत्री