यह दुखद है कि पटोले के आदेश पर उद्धव ठाकरे को अपना भाषण पांच मिनट में खत्म करना पड़ा
उद्योग मंत्री उदय सामंतजी ने की कड़ी आलोचना
भविष्य में कांग्रेसमय बनने के बाद उबाठा पटोले के अधीन काम करें तो कोई आश्चर्य नहीं होगा.
मुंबई:कल की इंडिया अघाड़ी की सभा छत्रपति शिवाजी महाराज पार्क के बजाय षण्मुखानंद हॉल में होती, तब भी चल सकता था। इतना खर्च करने की कोई जरूरत नहीं थी। शिवसेना नेता और उद्योग मंत्री उदय सामंत ने आलोचना की है कि 25 राजनितिक दल एक साथ आने के बावजूद भी सभा के लिए भीड़ नहीं इकठ्ठा कर सके, यह बहुतही निराशाजनक और समय की बर्बादी करने वाली बात है और कल की इंडिया अघाड़ी की सभा फ्लॉप शो साबित हुई, ऐसे कड़े शब्दों में महाराष्ट्र के माननीय उद्यमी मंत्री उदय सामंतजी ने उद्धव ठाकरे और उनके सहयोगी राजनितिक दलों पर फटकार लगाई। वह मुंबई में बोल रहे थे.
कल की इंडिया अघाड़ी की सभा के बाद आज मुंबई में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में मंत्री उदय सामंत ने उबाठा और उनके सहयोगी दलों की आलोचना की. उन्होंने कहा, जब भी वंदनीय बाळासाहेबजी छत्रपति शिवाजी महाराज पार्क में शिवसेना की सभा लेते थे, तो पूरा मैदान और आसपास का क्षेत्र उनके विचारों को सुनने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ता था। लेकिन कल की सभा में इतनी कम भीड़ थी कि जो भी यहां आया उसके चेहरे पर सवालिया निशान था कि आखिर ये हो क्या रहा है? शिव सेना या महायुति की तालुका बैठक में इससे ज्यादा भीड़ होती है।
वंदनीय बाळासाहेबजी को भूल गए
मंत्री उदय सामंतजी ने आगे कहा कि कल की सभा में उबाठा प्रमुख उद्धव ठाकरे ने वंदनीय बाळासाहेबजी का नाम सिर्फ एक बार लिया। दूसरे दल के किसी भी नेता ने अपने भाषण में वंदनीय बाळासाहेब का नाम तक नहीं लिया। यहां तक कि राहुल गांधी ने भी अपने भाषण में बाळासाहेबजी का नाम नहीं लिया. जब इंडिया अघाड़ी के नेताओं का भाषण चल रहा था तो कई कार्यकर्ताओं को इस भाषण का मतलब समझ नहीं आ रहा था। कार्यकर्ताओं की तो बात ही छोड़िए, भाषण करने वाले व्यक्ति को भाषण का मतलब समझ आया या नहीं, यह भी शोध का विषय है। सभी अपने भाषणों में सिर्फ माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अलग अलग तरीके से आलोचना कर रहे थे। महाराष्ट्र में चुनाव की शुरुआत में आचार संहिता लागू होने के दूसरे दिन ही महाराष्ट्र की जनता ने इंडिया अघाड़ी और महा विकास अघाड़ी को नकार दिया है। तो यह साबित हो गया है कि हमारी महायुति सरकार को कोई चुनौती नहीं दे सकता और मुझे पूरा विश्वास है कि महाराष्ट्र में महायुति के 45 से ज्यादा सांसद चुनकर आएंगे.
भाषण को 45 मिनट की जगह 5 मिनट में पूरा करना पड़ा
पहले जब शिवसेना अखंड थी तो छत्रपति शिवाजी महाराज पार्क में वंदनीय बाळासाहेबजी का भाषण सबसे आखिर में होता था। उनके बाद जब उद्धव ठाकरे पार्टी प्रमुख बने तो वह 45 मिनट तक भाषण करते थे। लेकिन यह बहुत दुखद है कि कल की भारत अघाड़ी बैठक में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले के निर्देश के बाद उद्धव ठाकरे को भाषण के लिए केवल पांच मिनट का समय मिला। किसी को इससे दुःख हुआ हो या न हुआ हो किन्तु हमें इससे बहुत दुःख हुआ है। इसलिए, ऐसी संभावना है कि उबाठा भविष्य में कांग्रेसमय बन जाएगी और नाना पटोले के निर्देशों के अनुसार काम करेगी, ऐसा मंत्री उदय सामंतजी ने स्पष्ट किया।
स्वतंत्रता वीर सावरकरजी के स्मारक के सामने उन पर निचले स्तर पर आलोचना करने वाले राहुल गाँधी के बगल में बैठकर क्या हासिल किया इसका जवाब महाराष्ट्र के महाविकास अघाड़ी के नेताओं जनता को देना होगा। मेरे पास उद्धव ठाकरे और उबाठा के नेताओं को पूछने के लिए केवल पांच प्रश्न है
- छत्रपति शिवाजी महाराज पार्क में वंदनीय बाळासाहेबजी ने अपना भाषण की शुरुआत में ‘मेरे सभी हिंदू भाइयों, बहनों और माताओं’ कहकर जनता को सम्बोधित करते थे। तो कल की बैठक में भाषण की शुरुआत ऐसे क्यों नहीं हुई?
- इससे पहले स्वातंत्र्यवीर सावरकरजी का लिखा लेख एक कांग्रेस नेता ने फाड़ दिया था। उस समय वंदनीय बाळासाहेबजी ने पूरे देश में जोडे मारो आंदोलन चलाया था। तो क्या आप आजादी के नायक सावरकर का अपमान करने वाले राहुल गांधी को कड़े शब्दों में बताएंगे कि सावरकर एक क्रांतिकारी स्वतंत्रता वीर थे? कल राहुल गांधी बाला साहेब के स्मारक को अभिवादन करने गए थे, लेकिन स्वतंत्रता सेनानी सावरकरजी के स्मारक पर अभिवादन करने नहीं गए, लेकिन उनके न जाने से क्या महाविकास अघाड़ी के अन्य नेताओं ने भी सावरकरजी के विचारों को छोड़ दिया है?
- वंदनीय बाळासाहेबजी ने कहा था कि अगर भविष्य में कांग्रेस के साथ जाने का समय आया तो मैं शिवसेना की दुकान बंद कर दूंगा। क्या इसपर उद्धव ठाकरे और उबाठा नेता जवाब देंगे।
- पूरे देश में समान नागरिक कानून लागू करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. वह कानून लागू होने जा रहा है, क्या उबाठा प्रमुख इसका समर्थन करेंगे?
- कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद देश में जो माहौल बना है। क्या कल की सभा में राहुल गांधी के साथ बैठे सभी राजनितिक दलों के नेता उसका समर्थन करेंगे?
उद्योग मंत्री उदय सामंतजी ने कहा, ये मेरे पांच सवाल हैं और मैं उबाठा प्रमुख से उम्मीद करता हूँ के वे इन सवालों का जवाब देंगे।