मुंबई , मुंबई तथा उपनगरों में झोपड़ों तथा इमारतों को अवैध बताकर बुलडोजर चलाए जाने की कार्रवाई जारी है , गोवंडी,चेंबूर घाटकोपर के बाद अब नालासोपारा के उत्तर भारतीय बहुल इमारतों पर प्रशासन की नजर है , निवासियों पर कभी भी गिर सकती है गाज
पालघर पूर्व डी वार्ड नालासोपारा पूर्व के विजय महालक्ष्मी नगर और अग्रवाल नगर के ( 15000) पंद्रह हजार निवासियों ने 15 वर्ष पहले अपनी मेहनत की कमाई से अपना खुद का घर के लिए बिल्डरों को लाखों रुपए दिए , उनके पास घर पट्टी , लाइट बिल,आधार कार्ड , पानी बिल , आदि सभी कागजात होने के बावजूद विजय लक्ष्मी नगर को प्रशासन द्वारा अवैध बताकर उसे जमीदोज करने की नोटिस दी गई है , प्रशासन इस जमीन की डंपिंग की जमीन बता रहा है ,
आजाद मैदान पर धरना प्रदर्शन कर रहे मोहम्मद इमामुल्लाह का कहना है की बरसात हो रही है , बच्चों के स्कूल चालू हैं ऐसे में हम कहां जायेंगे ,
ममता पाठक आंखों में आंसू भरकर कहती हैं की हमने अपनी जमा पूंजी लगाकर फ्लैट खरीदा है , 15 साल हो गए अभी तक किसी ने इसे अवैध नहीं कहा ,लेकिन कुछ बिल्डर लाबी के कारण इसे डंपिंग की जमीन बताया जा रहा है , ऐसे में हम अपने दो मासूम बच्चों को लेकर कहां जायेंगे , पाठक ने दृढ़ होकर कहा की हम जान दे देंगे लेकिन अपना घर खाली नहीं करेंगे ,
धरने पर बैठे राय साहब जायसवाल ने बताया की 41 बिल्डिंगें और 60 फ्लैट है जिनमे 15000 हजार लोग रहते हैं , सभी के पास सभी जरूरी कागजात है , अगर जमीन डंपिंग की थी तो इमारतें जब बन रही थी उस वक्त उन पर का
कार्रवाई क्यों नहीं की गई ,
रेखा रजत अपने तीन बच्चों के साथ विजय लक्ष्मी नगर में रहती हैं उनका कहना है की प्रशासन के लोग रोज आ आ कर धमकाते हैं और कहते हैं तुम लोगों ने घर खाली नहीं किया , अगर खाली नहीं किया तो बुलडोजर रुकने वाला नहीं हैं। क्योंकि सरकारी आदेश है इसी लिए नोटिस दी गई है , अब आप ही बताइए हम लोग कहां जाएं
इसी तरह शीतल ठाकुर , मुकेश सोलंकी ,जीतू परदेशी, राजेंद्र कुमार धवन, हनीफ खान जैसे सैकड़ों लोग आजाद मैदान पर अपने हक और आशियाने की लड़ाई के लिए भारी बारिश में भी न्याय की गुहार कर रहे हैं ,