अपनी भूमिका को समाज की भलाई के लिए समर्पित करेः मौलाना महमूद असद मदनी

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जमीअत यूथ क्लब के जरिए आयोजित भारत स्काउट एण्ड गाइड के तीन दिवसीय कार्यक्रम में जमीअत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष का युवाओं को संबोधन

800 से अधिक युवाओं ने अपनी प्रतिभा और क्षमता का प्रदर्शन किया

नई दिल्ली:भारत स्काउट्स और गाइड्स के 75वें स्थापना दिवस पर जमीअत यूथ क्लब के तत्वाधान में मदनी यूथ सेंटर, देवबंद में तीन दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें यूपी, राजस्थान मेवात के विभिन्न जिलों से 813 स्काउट्स और गाइड्स ने भाग लिया। विशेष बात यह रही कि प्रदर्शनी में 104 गाइड्स (महिला विंग) ने भी पर्दे में रहकर अपने हस्तकौशल और रचनात्मकता का प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया जिसमें रंगों की पहचान, दूरी और ऊंचाई का अनुमान लगाना, नक्शे की मदद से रास्ते खोजना और अन्य व्यावहारिक कौशल शामिल रहे। टेंट पिचिंग, कलर पार्टी, मार्च पास्ट, फर्स्ट एड फिजिकल डिसप्ले का प्रदर्शन, कैंप क्राफ्ट पॉयोनियरिंग, कैंप फायर के प्रदर्शनों ने सभी को आश्चर्य-चकित कर दिया।
समापन समारोह में जमीअत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद मदनी, महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी, हरजिंदर सिंह साहब एसटीसी उत्तर रेलवे, मोहम्मद यामीन उत्तर रेलवे, कपिल कुमार एएलटी उत्तर रेलवे समेत जामीअत और भारत स्काउट्स के कई महत्वपूर्ण अधिकारी और पदाधिकारियों ने भाग लिया।
इ स अवसर पर अपने मुख्य भाषण में जमीअत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद मदनी ने युवाओं से कहा कि आप ही देश और समाज का भविष्य हैं। यदि आप मजबूत होंगे, तो हम सभी मजबूत होंगे और यदि आप कमजोर होंगे, तो हम सभी कमजोर हो जाएंगे। इसलिए, यह आपकी ज़िम्मेदारी है कि आप अपनी ऊर्जा, क्षमताओं और चरित्र को इस तरह से व्यवस्थित करें कि आप दूसरों के लिए एक उदाहरण बन सकें। हम ऐसे समय में जी रहे हैं जहां चुनौतियां भी हैं और अवसर भी हैं। यह समय अपनी सोच, कर्म और चरित्र को सुधारने का है। हमें अपने कामों में ईमानदारी लानी होगी और हर कदम अल्लाह की सहमति के लिए उठाना होगा।
मौलाना मदनी ने कहा कि शिक्षा हमारे विकास का आधार है। यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम अपने बच्चों को बेहतर इंसान और मुसलमान बनाने के लिए उन्हें शिक्षा की रोशनी से सुशोभित करें और उन्हें अच्छा प्रशिक्षण दें। मौलाना मदनी ने कहा कि हमें न केवल अपने लिए बल्कि अपने समाज और देश के लिए जीना है। पैगंबर मोहम्मद (सल्ल.) का जीवन हमें सिखाता है कि हमारा जीवन दूसरों के लिए समर्पित होना चाहिए। उनकी शिक्षाएं हमें एकता, प्रेम और भाईचारे की सीख देती हैं। यह समय व्यक्तिगत जिम्मेदारियों से आगे बढ़कर सामूहिक जिम्मेदारियों को निभाने का है। मैं विशेष रूप से अपनी बहनों और बेटियों को संदेश देना चाहता हूं कि शिक्षा प्राप्त करें, अपनी क्षमता को पहचानें और समाज की भलाई के लिए कार्य करें। उन्होंने जमीअत के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से कहा कि आसपास का कोई भी गांव, बस्ती या मुहल्ला ऐसा नहीं रहें, जहां इस अभियान की खुशबू न पहुंचे। जमीअत यूथ क्लब के इस अभियान से युवाओं के अधिक से अधिक जोड़ कर इस भलाई के कार्य को सार्वजनिक करना होगा।

मौलाना मदनी ने कहा कि युवाओं को देश के लिए उपयोगी बनाने का हमारा यह संघर्ष जारी रहेगा और जो लोग यह सोचते हैं कि वह हमें रोक देंगे, उनका यह सपना कभी पूरा नहीं होगा। हम युवाओं को पर्यावरण, स्वच्छता और जल संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों के लिए तैयार कर रहे हैं। हम मानवता की संयुक्त जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए काम कर रहे हैं। यदि हम अपने दायित्यों को पूरी तरह से नहीं निभा सके तो हमारा जीवन व्यर्थ है। अल्लाह-तआला ने हमें मानव जाति की सेवा करने के लिए बनाया है और यही शिक्षा हमारे पैगंबर ने हमें दी है।
जमीअत उलमा-ए-हिंद के महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने अपने संबोधन में युवाओं के साहस और उत्साह की सराहना की और कहा कि इसे कल्याण के कार्यों और राष्ट्र निर्माण के लिए खर्च करें। इस कार्यक्रम से भारत स्काउट एण्ड गाइड की ओर से श्री यामीन, राज्य प्रशिक्षण आयुक्त-स्काउट श्री हरजिंदर सिंह और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी संबोधित किया और युवाओं के प्रदर्शन की सराहना की और कहा कि जमीअत यूथ क्लब हमारी सभी टीमों में प्रमुख स्थान रखता है। जमीअत यूथ क्लब के सचिव कारी अहमद अब्दुल्ला रसूलपुरी ने बताया कि जमीअत यूथ क्लब वर्तमान में 37 जिलों में सक्रिय रूप से काम कर रहा है। जमीअत यूथ क्लब के तहत 28,000 से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित किया जा चुका है और हमारा लक्ष्य 31 मार्च तक 77 जिलों तक पहुंचना है।
उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के प्रतिभागियों को हमारे पूर्वजों के नाम पर 84 टेंटों को सात जोन में विभाजित किया गया था।
इस अवसर पर प्रदर्शन के आधार पर जमीअत यूथ क्लब अमरोहा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि जमीअत यूथ क्लब हापुड़ और गाइड टीम ने संयुक्त रूप से द्वितीय स्थान और जमीअत यूथ क्लब मुजफ्फरनगर ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। अवार्ड जीतने वाले इन क्लबों को जमीअत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद मदनी और महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी के कर कमलों द्वारा मोमेंटो और सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर जमीअत यूथ क्लब बनारस के हाफिज ओबैदुल्लाह एवं मोहम्मद रिजवान को शील्ड देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में अन्य प्रतिभागियों में जहीन अहमद मदनी देवबंद, मौलाना गय्यूर कासमी, जमीअत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष के सुपुत्र मौलाना सैयद हुसैन हम्द मदनी, हाफिज कासिम बागपत, मुफ्ती ओवैस अकरम बिजनोर, हाफिज फुरकान असअदी, मौलाना जमालुद्दीन कासमी, कारी जाकिर हुसैन मुजफ्फरनगर और उनकी पूरी टीम, मौलाना मूसा कासमी मुजफ्फरनगर, मौलाना तहसीन शामली, कारी मोहम्मद जाफर, मौलाना अरशद, मौलाना महमूद देवबंद, हाजी मोहम्मद जैद, कारी मोहम्मद जाफर खोड़ा आदि मौजूद रहे।
डी.ओ.एस. सलीम त्यागी और आश्कारा खातून को बधाई दी गई। कार्यक्रम के संचालन का दायित्व जमीअत यूथ क्लब के सचिव मौलाना कारी अहमद अब्दुल्ला और मास्टर सलीम त्यागी ने संयुक्त रूप से निभाया। इस कार्यक्म के समन्वयक और जमीअत उलमा उत्तर प्रदेश के सचिव ज़हीन अहमद ने सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया। इस अवसर पर जमीअत यूथ क्लब के 28 स्टाफ सदस्यों और अन्य स्वयंसेवकों ने दिन-रात कार्य किया।

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